गुरुवार, 17 अक्तूबर 2013

तेरी हर याद ........

Drawn by me

हो प्यार का सुर जिसमें, वो गीत सुनाती है 
तेरी हर याद मुझे, तेरी ओर बुलाती है

जिसकी धुन सुन कर, दिल रोज़ धड़कता है.
मुझे प्यार की मीठी सी, संगीत सुनाती है

तेरी हर याद मुझे, तेरी ओर बुलाती है.

है मीलों की दूरी, पर हर पल साथ ही हो
साँसे बन कर यादें, मेरा दिल धड़काती हैं

तेरी हर याद मुझे, तेरी ओर बुलाती है

सपनो में रोज़ मेरे, एक तू ही तो आता है
मेरी सुनी आँखों में , नये ख्वाब सजाता है

गुज़री कितनी रातें , गुज़रे कितने ही दिन
एक पल भी लेकिन, यादें छूट ना पाती हैं

तेरी हर याद मुझे, तेरी ओर बुलाती है

बुधवार, 9 अक्तूबर 2013

एक खुशख़बरी है

कभी कविता तो कभी लेख, कभी ग़ज़ल तो कभी कहानी अलग अलग रूपों में अक्सर ही इस ब्लॉग पर 
आपसे अपने विचार, अपनी भावनाएँ, अपने जज़्बात सब साझा करती आई हूँ | आज एक खुशख़बरी साझा करनी है, कहते है ना बाँटने से खुशियाँ बढ़ती हैं| वैसे तो इस खुशख़बरी से मैं सीधे तौर पर जुड़ी हूँ लेकिन यह केवल मेरी निज़ी खुशी नही है, ये तो हमारे पूरे देश के लिए एक खुशी की खबर है| तो दोस्तों वो खुशी की खबर ये है कि हमारे देश में सकारात्मक बदलाव की एक ठंढी बयार बह रही है| हमारा देश, हमारा समाज बदल रहा है, बदल रहे हैं लोगो के सोच और उनका नज़रिया| पूर्णता और अपूर्णता के बीच की दीवार में पड़ने लगी है दरार और खुलने लगे हैं कुछ दरवाज़े सबके लिए जो कल तक समाज के एक ख़ास वर्ग के लिए बंद थे| पता है आपको इस साल से पहली बार हमारे देश में मिस इंडिया सौंदर्य प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है शारीरिक रूप से अक्षम लड़कियों के लिए | पूरे देश की अक्षम लड़कियों को दिया जा रहा है ये मौका खुद को साबित करने का, ये एहसास करने का मौका क़ि वे भी खूबसूरत है | खूबसूरती केवल शारीरिक आकर्षण का नही, खूबसूरती जो छुपी है उनके अंदर- जज़्बातों की खूबसूरती, खयालतों की खूबसूरती | यह प्रतियोगिता केवल खूबसूरती नही बौद्धिक क्षमता का भी आंकलन करेगी | चौबीस नवंबर को मुंबई में होगा इस प्रतियोगिता का अंतिम चरण जिसके बाद चुन ली जाएगी हमारे देश की पहली मिस व्हीलचेयर इंडिया |

जैसा कि मैने पहले कहा कि इस खुशख़बरी से मैं भी सीधे तौर पर जुड़ी हूँ, तो चलिए वो निज़ी खुशी भी आपसे साझा कर लूँ| मेरे एक दो पुराने पोस्ट्स से शायद कुछ लोगो को ये मालूम होगा कि मैं भी व्हीलचेयर के बगैर खड़ी नही हो सकती| बचपन से कभी ये सोचा नही था की मैं 'आलोकिता' कभी किसी सौंदर्य प्रतियोगिता का हिस्सा भी बन सकती है, पर आज मैं उन छत्तिस लड़कियों में से एक हूँ जिनके लिए अभी जनता के मतदान लिए जा रहे हैं| मुंबई जाने के लिए अभी मुझे आप लोगो के सहयोग की आवश्यकता है| मेरा मानना है कि मेरी रचनाएँ हीं मेरी पहचान हैं और ये ब्लॉग जगत मेरी पहचान से भली-भाँति वाकिफ़ है | ना सिर्फ़ मेरी तस्वीर देख कर बल्कि मेरी रचनाओं के आधार पर आप ये सोच कर बताएँ की क्या मैं उस काबिल हूँ की भारत की पहली मिस व्हीलचेयर इंडिया बन सकूँ? अगर हाँ तो अपनी सहमति जताने के लिए voting.misswheelchair@gmail.com  इस आई डी पर एक छोटा सा मेल भेजें, जिसमें लिखना है आपका नाम(भेजने वाले का), जगह और Contestant no.12 जो की मेरा कोड है|
 

















आप अगर चाहें तो इस Link पर जा कर इस प्रतियोगिता की पूरी जानकारी ले सकते हैं ।